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Vivaah Muhurat : आज के बाद दो महीने तक शादी का कोई शुभ मुहूर्त नहीं, 9 जुलाई से शुरु होंगी शादी

jeevanjali Published by: कोमल Updated Tue, 30 Apr 2024 06:46 PM IST
सार

Vivaah Muhurat : आज यानी 30 अप्रैल को आखिरी विवाह मुहूर्त है. इसके बाद 2 महीने तक शादियां बंद हो जाएंगी, क्योंकि बृहस्पति और शुक्र ग्रह अस्त रहेंगे। इस कारण अक्षय तृतीया पर भी विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।

विवाह मुहूर्त
विवाह मुहूर्त- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Vivaah Muhurat : आज यानी 30 अप्रैल को आखिरी विवाह मुहूर्त है. इसके बाद 2 महीने तक शादियां बंद हो जाएंगी, क्योंकि बृहस्पति और शुक्र ग्रह अस्त रहेंगे। इस कारण अक्षय तृतीया पर भी विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। अब 30 अप्रैल के बाद शादी का अगला शुभ मुहूर्त 9 जुलाई को होगा.

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इस साल बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने के कारण अक्षय तृतीया (10 मई) पर भी शादियों का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है, जबकि इस पर्व को सबसे शुभ समय माना जाता है। अबूझ का मतलब है कि इस दिन बिना शुभ मुहूर्त निकाले भी शादी की जा सकती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इससे पहले 2016 में शुक्र अस्त होने के कारण अक्षय तृतीया पर विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं था।

गुरु 5 जून तक और शुक्र 27 जून तक अस्त रहेगा

8 मई से 5 जून तक बृहस्पति अस्त रहेगा। वहीं, 4 मई से 27 जून तक शुक्र अस्त रहेगा। इस कारण मई और जून में विवाह समेत किसी भी शुभ कार्य के लिए  कोई शुभ मुहूर्त नहीं होगा। दोनों ग्रहों के उदय होने के बाद 9 जुलाई से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे।
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जुलाई में विवाह के लिए होंगे सिर्फ 6 मुहूर्त  

जुलाई में भी शादियों के लिए सिर्फ 6 शुभ मुहूर्त हैं। सीजन का आखिरी विवाह मुहूर्त 15 जुलाई को होगा और 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू होगा। इसके चलते शादियों पर फिर ब्रेक लग जाएगा और 16 जुलाई से 11 नवंबर तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं रहेगा।

बृहस्पति और शुक्र अस्त होने पर विवाह के शुभ मुहूर्त क्यों नहीं निकलते?

सनातन परंपरा में विवाह का शुभ समय निकालने के लिए ज्योतिषी बृहस्पति और शुक्र की गणना को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। उनके अनुसार ये दोनों ग्रह शुभ हैं और अच्छे वैवाहिक जीवन के लिए उत्तरदायी हैं। जब ये दोनों ग्रह सूर्य के करीब आते हैं तो इनका प्रभाव कम हो जाता है। जब बृहस्पति और सूर्य के बीच 11 डिग्री की दूरी होती है तो बृहस्पति अस्त हो जाता है। वहीं शुक्र ग्रह में यह दूरी 10 डिग्री होने पर इस ग्रह को अस्त माना जाता है।

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