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Chandra Grahan 2023: कब दिखाई देगा इस साल का पहला चंद्र ग्रहण, क्या भारत में मान्य होगा सूतक काल?
जीवांजलि डेस्क Published by: सुप्रिया शर्मा Updated Mon, 22 May 2023 06:54 PM IST
सार
खगोल विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य, चन्द्रमा और पृथ्वी एक सीधी लाइन में कुछ देर के लिए आ जाते हैं। इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है.
चंद्र ग्रहण- फोटो : jeevanjali
विस्तार
साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 को लगने वाला है। 15 दिन के अंतराल में यह साल का दूसरा ग्रहण होगा। इस से पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण पिछले महीने की 20 तारीख यानी 20 अप्रैल को लगा था। साल का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को लगाने जा रहा है। यह ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा, खगोल विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य, चन्द्रमा और पृथ्वी एक सीधी लाइन में कुछ देर के लिए आ जाते हैं। इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है, लेकिन पृथ्वी की परछाई सीधी चन्द्रमा पर ना पड़े तो इसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं।
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भारतीय समय के अनुसार साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा जो देर रात 1 बजकर 1 मिनट तक रहेगा। ग्रहण का उच्चतम काल रात को 10 बजकर 52 मिनट पर होगा। यह ग्रहण चांद की सतह पर धूल भरी आंधी के रूप में नज़र आएगा। साल का पहला चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया के ज्यादातर हिस्से, हिंद महासागर, अंटार्टिका, अटलांटिक, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा। खगोल शास्त्र के जानकारों और हिंदू पंचांग की गणनाओं के अनुसार यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।
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ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि जब भी उपच्छाया चंद्रग्रहण लगता है तो इसको ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता है, यानि उपच्छाया चंद्रग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है। इसलिए इस चंद्रग्रहण में सूतक काम मान्य नहीं होगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण होने पर 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल के समय कोई भी शुभ कार्य नहीं करने चाहिए, सूतक की समाप्ति के बाद ही सभी तरह के धार्मिक कार्य किए जाते हैं।