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Chamatkari ped: पितृ दोष से मुक्ति दिलाएगा चमत्कारी पेड़

jeevanjali Published by: कोमल Updated Fri, 02 Feb 2024 06:23 PM IST
सार

Chamatkari ped: नीम का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वहीं इसका उपयोग आध्यात्मिक रूप में भी किया जाता है। जहां इसकी पत्तियां हमारे शरीर और चेहरे के लिए फायदेमंद होती हैं

पितृ दोष
पितृ दोष- फोटो : jeevanjali

विस्तार

Chamatkari ped: नीम का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वहीं इसका उपयोग आध्यात्मिक रूप में भी किया जाता है। जहां इसकी पत्तियां हमारे शरीर और चेहरे के लिए फायदेमंद होती हैं, वहीं इन पत्तियों का इस्तेमाल विशेष पूजा-पाठ में भी किया जाता है। इतना ही नहीं, नीम के पेड़ की लकड़ी का उपयोग कई तरह से भी किया जाता है। नीम का उपयोग सदियों से चला आ रहा है। जहां इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है वहीं पूजा और हवन आदि में भी इसका विशेष महत्व है। यह शरीर की बीमारियों के साथ-साथ ग्रह में मौजूद कई दोषों को भी दूर करता है। इससे राहु की दशा के साथ-साथ शनि की दशा भी दूर होती है। इसके पत्तों का जल निकालकर नहाने के जल में मिलाकर नहाने से कुंडली में केतु ग्रह शांत होता है। इसके साथ ही घर के आंगन में नीम का पेड़ लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इतना ही नहीं इसे घर के आंगन में लगाने से पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है।
 
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नीम का पेड़ घर में लगाने के फायदे
प्रकाश जोशी बताते हैं कि अगर आपकी राशि में पितृदोष है तो घर की दक्षिण दिशा में पेड़ लगाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही इसके पत्तों का रस निकालकर नहाने के पानी में मिलाकर नहाने से केतु ग्रह शांत होता है और इसकी लकड़ी को हवन कुंड में जलाने से शनि ग्रह शांत होता है। इसके साथ ही रोजाना नीम के पेड़ पर जल चढ़ाने से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही नीम की लकड़ी की माला पहनने से भी शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
 
पितृदोष से मुक्ति के लिए
यदि कुंडली में पितृ दोष है तो घर के दक्षिण या उत्तर-पश्चिम कोने में नीम का पेड़ लगाएं। इससे पितृ दोष से अवश्य मुक्ति मिलती है। साथ ही पितरों का आशीर्वाद भी बना रहता है।
 
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शनि दशा से राहत पाने के लिए
शनि की महादशा में नीम की लकड़ी की माला बनाकर पहनने से लाभ होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे शनि की महादशी के अशुभ प्रभाव कम होते हैं और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
 
शनि दोष से मुक्ति
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष या केतु दोष है तो इन दोषों को शांत करने के लिए नीम का उपयोग किया जा सकता है।
इसके लिए नीम की लकड़ी से हवन करना चाहिए। ऐसा करने से शनि ग्रह शांत होता है। सप्ताह में एक बार नीम की लकड़ी से हवन अवश्य करें।
वहीं केतु ग्रह को शांत करने के लिए नीम की पत्तियों का रस निकालकर नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी।
 
 
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